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सोशल नेटवर्किंग साइट क्या हैं ?

सामाजिक मीडिया  पारस्परिक संबंध के लिए अंतर्जाल या अन्य माध्यमों द्वारा निर्मित आभासी समूहों को संदर्भित करता है। यह व्यक्तियों और समुदायों के साझा, सहभागी बनाने का माध्यम है। इसका उपयोग सामाजिक संबंध के अलावा उपयोगकर्ता सामग्री के संशोधन के लिए उच्च पारस्परिक मंच बनाने के लिए मोबाइल और  वेब  आधारित प्रौद्योगिकियों के प्रयोग के रूप में भी देखा जा सकता है। स्वरूप [ संपादित करें ] सामाजिक मीडिया के कई रूप हैं जिनमें कि  इन्टरनेट   फोरम , वेबलॉग, सामाजिक  ब्लॉग , माइक्रोब्लागिंग, विकीज, सोशल नेटवर्क, पॉडकास्ट, फोटोग्राफ, चित्र, चलचित्र आदि सभी आते हैं। अपनी सेवाओं के अनुसार सोशल मीडिया के लिए कई संचार प्रौद्योगिकी उपलब्ध हैं। उदाहरणार्थ- फे सहयोगी परियोजना (उदाहरण के लिए, विकिपीडिया) ब्लॉग और माइक्रोब्लॉग (उदाहरण के लिए,  ट्विटर ) सोशल खबर ​​नेटवर्किंग साइट्स (उदाहरण के लिए डिग और लेकरनेट) सामग्री समुदाय (उदाहरण के लिए, यूट्यूब और डेली मोशन) सामाजिक नेटवर्किंग साइट (उदाहरण के लिए, फेसबुक) आभासी खेल दुनिया (जैसे, वर्ल्ड ऑफ़ वॉरक्रा...

इंटरनेट व उसके प्रयोग

परिचय (Introduction) इंटरनेट से तात्पर्य एक ऐसे नेटवर्क से है जो दुनिया भर के लाखों करोड़ों कम्प्यूटरों से जुड़ा है। कहने का मतलब यह है कि किसी नेटवर्क का कोई सिस्टम किसी अन्य नेटवर्क के सिस्टम से जुड़ कर कम्यूनिकेट कर सकता है। अर्थात सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकता है। सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए जिस नियम का प्रयोग किया जाता है उसे ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल या इंटरनेट प्रोटोकॉल (टीसीपी/आईपी) कहा जाता है।  इंटरनेट की सेवाएं  इसकी सेवाओं में कुछ का जिक्र यहां किया जा रहा है- फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (एफ टी पी)-  फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल का उपयोग एक कम्प्यूटर नेटवर्क से किसी दूसरे कम्प्यूटर नेटवर्क में फाइलों को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।  इलेक्ट्रॉनिक मेल ई-मेल-   इसको संक्षिप्त रूप से ई-मेल कहा जाता है।  इस माध्यम के द्वारा बड़ी से बड़ी सूचनाओं व संदेशों को इलेक्ट्रॅनिक प्रणाली द्वारा प्रकश की गति से भेजा या प्राप्त किया जा सकता है। इसके द्वारा पत्र, ग्रीटिंग या सिस्टम प्रोग्राम को दुनिया के किसी भी हिस्से में भेज सकते हं। गोफर-  ...

क्यों ज़रूरी है ईंटर्नशिप (Why Internship Is Necessary?)

कोई भी नौकरी जॉइन करने से पहले आख़िर क्यों इंटर्नशिप की जाती है? क्या कभी आपने इस बारे में सोचा है? नहीं..? चलिए, हम आपको बताते हैं कि आख़िर क्यों करियर की शुरुआत करने से पहले इंटर्नशिप ज़रूरी होती है. सोशल स्किल कॉलेज की लाइफ और नौकरीपेशा जीवन में बहुत अंतर होता है. कॉलेज स्टूडेंट जब नौकरी करना शुरू करते हैं, तो उनमें बहुत-सी चीज़ों की आवश्यकता होती है. सबसे पहले जिस चीज़ की ज़रूरत होती है, वो है सोशल स्किल. सोशल स्किल ही आपको वर्कप्लेस पर कामयाब बनाती है. इंटर्नशिप के दौरान स्टूडेंट बाकी सहकर्मियों के साथ काम करते हुए इसे डेवेलप करते हैं, जो उन्हें आगे बहुत काम आता है. इंटर्नशिप के दौरान वो सीख जाते हैं कि आख़िर ऑफिस के माहौल में ख़ुद को किस तरह एडजस्ट करना है. एक इंटर्न के लिए अच्छी सोशल स्किल काफ़ी काम आती है. ऑफिस के कलीग्स के साथ दोस्ताना व्यवहार रखना, दूसरे लोगों को ऑब्ज़र्व करना, ऑफिस में लोग एक-दूसरे से कैसे बात करते हैं, जैसी बातें सीखने को मिलती हैं. प्रैक्टिकल नॉलेज इंटर्नशिप से काफ़ी कुछ सीखने को मिलता है. इसके ज़रिए आपको प्रैक्टिकल नॉलेज मिलता है. ऑफिस में फोन पर किसी से बात कै...

टीचिंग इंटर्नशिप: खुद को परखने का एक मौका

टीचिंग के प्रोफेशन को प्रारम्भ से ही सम्मानजनक पेशे के रूप में देखा जाता है। आज शिक्षकों का दायित्व कई लिहाज से पहले से अलग नजर आता है। बदलते सामाजिक, आर्थिक समीकरणों और व्यापक होती सोच के बीच शिक्षकों की भूमिका भी व्यापक हुई है। अगर आप टीचर बनना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको यह निर्णय करना होगा कि आपको किस लैवल पर टीचिंग करनी है। डिग्री कॉलेज लैवल या स्कूल लैवल। अगर आपके पास टीचर्स ट्रेनिंग सर्टिफिकेट है तो आप मिडल स्कूलों में पढ़ा सकते हैं। बीएड होने पर आपको स्कूलों में पढ़ाने का मौका आसानी से मिल जाएगा, लेकिन इन सबसे पहले सबसे महत्वपूर्ण है इसमें इंटर्नशिप या ट्रेनिंग करना। योग्यता इंटर्नशिप करने के लिए जरूरी है कि आप किसी मान्यताप्राप्त संस्थान से टीचिंग का कोर्स कर रहे हों। कुछ संस्थानों में मेरिट के आधार पर तो कई संस्थानों में चयन परीक्षा के आधार पर विद्यार्थियों को चुना जाता है। क्या करवाया जाता है इंटर्नशिप के दौरान इंटर्नशिप के दौरान विद्यार्थियों को उनके लैवल के हिसाब से कार्य करवाए जाते हैं। मसलन कोई बीएड का छात्र है तो उसे सीनियर कक्षा के छात्रों को कैसे संभाला जाए और क...